Monday, April 11, 2005

माँग

होली के दिन
नेता जी ने इतनी पी ली भाँग
अच्छे भले बैठे थे दरी पर
कुर्सी की करने लगे माँग।
॥महेश मूलचंदानी॥

1 comment:

Anonymous said...

महेश भाई आप सही बात कह रहे हैं परन्तु ऍसा लगता है कि पूरे कुएँ में ही भाँग पड़ी हुई है।
-सर्वजीत कौर