Wednesday, April 13, 2005

क्षणिकाएँ

  • आडम्बर
कुछ लोग
आडम्बर में इतना अधिक
घिर जाते हैं
कि वे साबुन को
साबुन से धोकर नहाते हैं।
***

  • परिणय इति
बेचारे पति ने
कभी खुलकर कोई बात न कही
मुँह पर लगे ताले
और तिजोरी की चाबी
सदैव पत्नी के पास रही।
***
  • ईद के चाँद
शादी के बाद
वे हनीमून में खो गए
और दोस्तों में
ईद के चाँद हो गए।
***
॥महेश मूलचंदानी॥

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